जगन्नाथ रथ यात्रा (रथ उत्सव भी) एक हिंदू त्योहार है। यह भगवान जगन्नाथ की महिमा को मनाने के लिए हर साल आयोजित किया जाता है। यह ओडिशा राज्य में सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। रथ का अर्थ है ‘रथ’ और यात्रा का अर्थ है ‘यात्रा या यात्रा’।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण कलयुग के दौरान पुरी में रहते थे। पुरी में ‘भगवान जगन्नाथ’ का रथ यात्रा उत्सव विश्व प्रसिद्ध है। जगन्नाथ पुरी तीर्थयात्रियों के लिए अंतिम गंतव्य है।

पुरी, ओडिशा का रथ यात्रा उत्सव दुनिया में सबसे बड़ा है। इस दिन, भगवान जगन्नाथ (बलराम और सुभद्रा के साथ) एक विशाल रथ पर बैठते हैं और गुंडिचा मंदिर की यात्रा करते हैं। भव्य रूप से सजाए गए भव्य रथ पर देवताओं की आश्चर्यजनक रूप से सुंदर मूर्तियों को रखा गया है। हजारों भक्त रथ खींचकर भगवान का आशीर्वाद लेते हैं।
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रथ यात्रा महोत्सव में ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक सद्भाव परिलक्षित होता है।
रथ यात्रा पर 10 पंक्तियाँ हिंदी में
- रथ यात्रा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान जगन्नाथ से जुड़ा है।
- ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार रथ यात्रा जून या जुलाई के महीने में पुरी, ओडिशा में आयोजित की जाती है।
- जगन्नाथ यात्रा वाराणसी और अहमदाबाद में भी जोश और उत्साह के साथ मनाई जाती है।
- यह हिंदू कैलेंडर के “आषाढ़” महीने के दूसरे दिन आयोजित किया जाता है।
- रथ यात्रा को “रथ उत्सव” भी कहा जाता है और यह एक दिन का उत्सव है।
- रथ यात्रा उत्सव भगवान जगन्नाथ को और वार्षिक आधार पर मनाने के लिए मनाया जाता है।
- रथ यात्रा तीन देवताओं अर्थात भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और बहनों सुभद्रा की है।
- तीनों देवता अपनी मौसी के मंदिर यानी गुंडिचा देवी मंदिर के लिए अपनी यात्रा करते हैं।
- रथ यात्रा में तीनों देवताओं के दिव्य और आकर्षक रथों को खींचना शामिल है।
- भगवान जगन्नाथ के सभी भक्त उन दिव्य रथों को खींचकर और खींचकर पवित्र महसूस करते हैं।
प्रस्तावना
पुरी रथ यात्रा की स्वतंत्रता
पूर्व तैयारी
तीन रथों का वर्णन
यात्रा विवरण
आपको यहां से क्या सीखने को मिलेगा
आज भगवान जगन्नाथ धर्म और संस्कृति पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। जगन्नाथ धाम दुनिया भर में एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस धर्म और संस्कृति का मूल श्री क्षेत्र पुरी है। यहां रथ यात्रा एक सार्वजनिक उत्सव है। दुनिया भर के लोग, जाति, धर्म या रंग की परवाह किए बिना, इस यात्रा में स्वतंत्र रूप से भाग ले सकते हैं। सभी को कम से कम एक बार रथ यात्रा जरूर देखनी चाहिए।